शैक्षणिक परिसरों में 'आनंदमय सार्थक छात्र जीवन अभियान' और छात्रसंघ चुनावों की मांग
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने देशभर के विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों की स्थिति में सुधार के लिए विशेष कदम उठाए जाने की मांग की है।
Jun 5, 2023, 18:14 IST
नई दिल्ली, 5 जून - अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने देशभर के विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों की स्थिति में सुधार के लिए विशेष कदम उठाए जाने की मांग की है। इसके लिए विश्वविद्यालयों के आधारभूत ढांचे में सुधार, सभी रिक्तियां शीघ्र भरे जाने आदि मांगे की हैं। साथ ही सरकार से यह भी मांग की गई है कि सभी शैक्षणिक संस्थानों में छात्रसंघ चुनाव शुरू होने चाहिए। छात्र संगठन ने शैक्षणिक परिसरों को तनावमुक्त बनाने के लिए सरकार तथा शैक्षणिक संस्थानों के प्रशासन से शीघ्र कदम उठाए जाने की मांग भी की है। अभाविप इस वर्ष देश-भर के शैक्षणिक संस्थानों में 'आनंदमय सार्थक छात्र जीवन अभियान' शुरू करेगी, इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न रचनात्मक गतिविधियां, कार्यक्रम, मानसिक स्वास्थ्य प्रबंधन कार्यक्रम आदि का आयोजन करेगी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक 28 मई को पुणे में सम्पन्न हुई थी। इस बैठक में देश भर से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठनात्मक दृष्टि से 44 प्रांतों से कुल 355 प्रतिनिधियों ने सहभागिता की, अभाविप की इस राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक में चार प्रस्ताव पारित किए गए हैं। 9 जुलाई 2023 को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने ऐतिहासिक संगठनात्मक यात्रा के 75 वें वर्ष में प्रवेश कर रही है, अभाविप के इस महत्वपूर्ण आगामी वर्ष के लिए इस राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद में विद्यार्थियों व युवाओं से जुड़े विषयों को वृहद स्तर पर अभाविप द्वारा विभिन्न अभियानों के माध्यम से संबोधित करने की कार्ययोजना निर्धारित हुई है। स्थापना के 75 वें वर्ष का राष्ट्रीय अधिवेशन इस वर्ष 1-3 दिसंबर, 2023 दिल्ली में आयोजित होगा।
विद्यार्थी परिषद, छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के गौरवशाली अवसर को उमंगपूर्ण तरीके से मनाने निमित्त देशभर के शैक्षणिक परिसरों में विविध कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक में वर्तमान राष्ट्रीय परिदृश्य, शिक्षा में भारतीयता केंद्रित विचार की स्थापना, पाठ्यक्रमों को वर्तमान की आवश्यकताओं के अनुरूप निर्माण, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन व विद्यार्थियों की क्रियान्वयन में सहभागिता, स्वावलंबी भारत आदि विषयों पर सार्थक चर्चा हुई। इस वर्ष 21 अगस्त विश्व उद्यमिता दिवस के अवसर पर पूरे देशभर में उद्यमिता सप्ताह का आयोजन किया जाएगा।
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद देशभर के शैक्षणिक संस्थानों के पाठ्यक्रमों में भारत केंद्रित विचारों के समावेश की मांग करती है। साथ ही पाठ्यक्रमों के निर्माण में वर्तमान समय की शैक्षिक परिस्थिति को ध्यान में रखा जाए। सभी शैक्षणिक संस्थानों में छात्रसंघ चुनाव शुरू किए जाने चाहिए जिससे विद्यार्थियों को समुचित प्रतिनिधित्व का अवसर मिले तथा उनमें नेतृत्व गुण का विकास हो। अभाविप स
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक 28 मई को पुणे में सम्पन्न हुई थी। इस बैठक में देश भर से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठनात्मक दृष्टि से 44 प्रांतों से कुल 355 प्रतिनिधियों ने सहभागिता की, अभाविप की इस राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक में चार प्रस्ताव पारित किए गए हैं। 9 जुलाई 2023 को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने ऐतिहासिक संगठनात्मक यात्रा के 75 वें वर्ष में प्रवेश कर रही है, अभाविप के इस महत्वपूर्ण आगामी वर्ष के लिए इस राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद में विद्यार्थियों व युवाओं से जुड़े विषयों को वृहद स्तर पर अभाविप द्वारा विभिन्न अभियानों के माध्यम से संबोधित करने की कार्ययोजना निर्धारित हुई है। स्थापना के 75 वें वर्ष का राष्ट्रीय अधिवेशन इस वर्ष 1-3 दिसंबर, 2023 दिल्ली में आयोजित होगा।
विद्यार्थी परिषद, छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के गौरवशाली अवसर को उमंगपूर्ण तरीके से मनाने निमित्त देशभर के शैक्षणिक परिसरों में विविध कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक में वर्तमान राष्ट्रीय परिदृश्य, शिक्षा में भारतीयता केंद्रित विचार की स्थापना, पाठ्यक्रमों को वर्तमान की आवश्यकताओं के अनुरूप निर्माण, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन व विद्यार्थियों की क्रियान्वयन में सहभागिता, स्वावलंबी भारत आदि विषयों पर सार्थक चर्चा हुई। इस वर्ष 21 अगस्त विश्व उद्यमिता दिवस के अवसर पर पूरे देशभर में उद्यमिता सप्ताह का आयोजन किया जाएगा।
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद देशभर के शैक्षणिक संस्थानों के पाठ्यक्रमों में भारत केंद्रित विचारों के समावेश की मांग करती है। साथ ही पाठ्यक्रमों के निर्माण में वर्तमान समय की शैक्षिक परिस्थिति को ध्यान में रखा जाए। सभी शैक्षणिक संस्थानों में छात्रसंघ चुनाव शुरू किए जाने चाहिए जिससे विद्यार्थियों को समुचित प्रतिनिधित्व का अवसर मिले तथा उनमें नेतृत्व गुण का विकास हो। अभाविप स