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UP TET परीक्षा की नई तिथि की घोषणा की संभावना, UPPSC कैलेंडर जनवरी में जारी होगा

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) जनवरी में एक नया कैलेंडर जारी करने की योजना बना रहा है, जिसमें UP TET परीक्षा की नई तिथि की घोषणा की जा सकती है। पिछले चार वर्षों से स्थगित इस परीक्षा का लाखों उम्मीदवारों को इंतजार है। इसके अलावा, कैलेंडर में अन्य महत्वपूर्ण भर्तियों की तिथियाँ भी शामिल हो सकती हैं। आयोग के सामने समय पर परीक्षाओं का आयोजन करने की चुनौतियाँ हैं, जिन्हें नए अध्यक्ष प्रशांत कुमार को हल करना होगा।
 

UP TET परीक्षा की तिथि


UP TET परीक्षा की तिथि: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) नए वर्ष की शुरुआत में विभिन्न परीक्षाओं और भर्तियों का कैलेंडर जारी करेगा। यह जानकारी मिली है कि आयोग यह कैलेंडर जनवरी के पहले सप्ताह में जारी करेगा। इस कैलेंडर में उन उम्मीदवारों के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी हो सकती है, जो पिछले चार वर्षों से UP TET परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि हाल ही में स्थगित की गई UP TET परीक्षा की नई तिथि इस कैलेंडर में घोषित की जा सकती है।


TET परीक्षा स्थगित

TET परीक्षा स्थगित:
UP TET परीक्षा को स्थगित करने का निर्णय UP शिक्षा सेवा चयन आयोग के नए अध्यक्ष और पूर्व UP DGP प्रशांत कुमार की उपस्थिति में हुई पहली बैठक में लिया गया। उस समय कहा गया था कि इस परीक्षा की तिथि नए कैलेंडर में घोषित की जाएगी। पहले, UP TET परीक्षा 29 और 30 जनवरी 2026 को आयोजित होने वाली थी। लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि पिछले चार वर्षों से उत्तर प्रदेश में TET परीक्षा का आयोजन नहीं हुआ है।


इन परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी होगा

इन परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी होगा:
जनवरी में जारी होने वाले नए UPPSC कैलेंडर में PCS (प्रांतीय सिविल सेवा), समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (RO/ARO), और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) जैसी भर्तियों की तिथियों की घोषणा की जा सकती है। पिछले वर्ष जारी कैलेंडर में 21 ऐसी भर्तियों की तिथियों की घोषणा की गई थी। कहा जा रहा है कि 2026 की भर्ती कैलेंडर लगभग अंतिम रूप में है और इसे किसी भी समय जारी किया जा सकता है।


आयोग के सामने चुनौतियाँ

आयोग के सामने चुनौतियाँ:
UP शिक्षा सेवा चयन आयोग के सामने समय पर परीक्षाओं का आयोजन करना और किसी भी अनियमितता को पूरी तरह से रोकना एक बड़ी चुनौती है। उत्तर प्रदेश में कई परीक्षाएँ समय पर आयोजित नहीं की जाती हैं, और उनके स्थगन से युवाओं में काफी नाराजगी होती है। यह देखना होगा कि पूर्व पुलिस अधिकारी प्रशांत कुमार, जो अब UP सरकार में कार्यरत हैं, इन चुनौतियों का सामना कैसे करेंगे।