JEE Main 2026: अंतिम महीने की तैयारी के लिए 8 विशेषज्ञ सुझाव
JEE Main 2026: तैयारी की अंतिम घड़ी
JEE Main 2026: JEE Main 2026 सत्र 1 की तैयारी का समय शुरू हो चुका है। यह परीक्षा 21 से 30 जनवरी 2026 तक आयोजित की जाएगी। अब केवल एक महीने का समय बचा है, जो कि JEE Main की तैयारी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अंतिम महीने की तैयारी में सटीकता महत्वपूर्ण होती है, और इसे रणनीतिक रूप से योजना बनाकर करना आवश्यक है ताकि अच्छे अंक प्राप्त किए जा सकें।
इस संदर्भ में, एक निजी कोचिंग संस्थान में JEE के छात्रों को प्रशिक्षित करने वाले रमेश बटलिश से बात की गई। उन्होंने JEE की तैयारी के लिए 8 विशेषज्ञ सुझाव साझा किए।
अंतिम महीना आपके रैंक को निर्धारित करता है
JEE विशेषज्ञ रमेश बटलिश का कहना है कि हर साल JEE Main के नजदीक आते ही छात्रों में दबाव, भ्रम, आत्म-संदेह और सफलता की उम्मीद जैसी भावनाएं उत्पन्न होती हैं। उनका कहना है कि अंतिम महीना यह नहीं बताता कि आप कितने बुद्धिमान हैं, बल्कि यह बताता है कि आप दबाव में कितने संतुलित और स्पष्ट विचार कर सकते हैं। यह समय उन छात्रों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है जो JEE Main 2026 की तैयारी और स्कूल बोर्ड परीक्षाओं दोनों का प्रबंधन कर रहे हैं। इस समय सही रणनीति सफलता की दिशा निर्धारित करती है। आइए जानते हैं ये 8 सुझाव क्या हैं।
1. बोर्ड परीक्षा और JEE: संघर्ष नहीं, समन्वय आवश्यक है
रमेश बटलिश का कहना है कि छात्र अक्सर 12वीं बोर्ड परीक्षा और JEE को दो अलग-अलग चुनौतियों के रूप में मानते हैं, जबकि दोनों का आधार NCERT पर आधारित है। वह सलाह देते हैं कि अंतिम महीने में नए अध्ययन सामग्री और संदर्भों का पीछा करने के बजाय, उन अध्यायों पर ध्यान केंद्रित करना अधिक उपयोगी है जो दोनों परीक्षाओं के लिए प्रासंगिक हैं। इससे समय की बचत होती है और आत्मविश्वास बना रहता है।
2. समय प्रबंधन: घड़ी से नहीं, ऊर्जा स्तर से सीखें
रमेश बटलिश का कहना है कि लंबे समय तक अध्ययन करने से हमेशा बेहतर परिणाम नहीं मिलते। महत्वपूर्ण यह है कि अध्ययन केंद्रित हो। दिन के उस समय की पहचान करें जब आपका मन सबसे सक्रिय होता है और उस समय कठिन विषयों का अध्ययन करें। हर दिन छोटे, स्पष्ट लक्ष्यों को निर्धारित करना अधिक प्रभावी है।
3. पोमोडोरो तकनीक: निरंतरता बनाए रखने का एक सरल तरीका
रमेश बटलिश का कहना है कि पोमोडोरो तकनीक अंतिम महीने में अत्यंत सहायक रही है। इसमें 25 मिनट तक केंद्रित अध्ययन करना और फिर 5 मिनट का ब्रेक लेना शामिल है। यह तकनीक मानसिक थकान को कम करती है और अध्ययन को बोझिल नहीं बनने देती। यह तकनीक अंतिम दिनों में विशेष रूप से उपयोगी साबित होती है।
4. पुनरावलोकन: सफलता की असली कुंजी
रमेश बटलिश का कहना है कि पुनरावलोकन सफलता की असली कुंजी है। इसे चरणबद्ध तरीके से करना आवश्यक है। वह इसे 4 भागों में विभाजित करते हैं:
फार्मूलों का नियमित पुनरावलोकन
सिद्धांतों की स्पष्ट समझ
पिछली गलतियों से सीखना
परीक्षा के दौरान आत्मविश्वास बनाए रखने के लिए पहले से पढ़े गए विषयों को मजबूत करना।
5. मॉक टेस्ट: मूल्यांकन नहीं, मार्गदर्शन
रमेश बटलिश का कहना है कि JEE Main की तैयारी के अंतिम महीने में मॉक टेस्ट बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। उनका कहना है कि मॉक टेस्ट का उद्देश्य केवल अंक देखना नहीं है। ये उचित विश्लेषण प्रदान करते हैं, जो यह स्पष्ट करता है कि गलती समय प्रबंधन के मुद्दों के कारण थी या जल्दबाजी में। मॉक टेस्ट से प्राप्त विश्लेषण भविष्य में सुधार के लिए मार्गदर्शन करता है।
6. उच्च-भार वाले अध्यायों पर विशेष ध्यान
रमेश बटलिश का कहना है कि सभी अध्यायों को अंतिम महीने में समान महत्व नहीं दिया जाना चाहिए। वह कहते हैं कि अंतिम महीने में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित के उन विषयों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए जो अक्सर पूछे जाते हैं। सीमित समय में सही प्राथमिकताएं बेहतर परिणाम दे सकती हैं।
7. स्वास्थ्य: बेहतर प्रदर्शन की नींव
रमेश बटलिश का मानना है कि अंतिम महीने में पर्याप्त नींद, संतुलित आहार और हल्की शारीरिक गतिविधि आवश्यक हैं। उनका कहना है कि ये सभी चीजें परीक्षा के दौरान ध्यान और सटीकता बनाए रखने में मदद करती हैं। एक स्वस्थ शरीर और शांत मन बेहतर प्रदर्शन की संभावना बनाते हैं।
8. परीक्षा दिवस की रणनीति
रमेश बटलिश का कहना है कि JEE केवल विषय ज्ञान का परीक्षण नहीं है, बल्कि अनुशासन, धैर्य और आत्मविश्वास का भी परीक्षण है। उनका कहना है कि यदि छात्र अंतिम महीने में स्थिर, संतुलित और केंद्रित रह सकते हैं, तो सफलता उनके हाथ में है। इस संदर्भ में, वह परीक्षा दिवस की रणनीति बनाने की सलाह देते हैं। इसके लिए वह चार सुझाव देते हैं:
पहले आसान प्रश्न हल करें।
कठिन प्रश्नों को हल करने में जल्दबाजी न करें।
सटीकता अनुमान लगाने से बेहतर है।
अपनी तैयारी पर विश्वास रखें।